जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क को पर्यटन के लिए कई जोन में विभाजित किया गया है, जो पर्यटकों को वन्यजीवों और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव प्रदान करते हैं। ये जोन अलग-अलग विशेषताओं और वन्यजीव दर्शन की संभावनाओं के लिए जाने जाते हैं। पार्क के प्रमुख पर्यटन जोन निम्नलिखित हैं:
### **प्रमुख पर्यटन जोन**
1. **ढिकाला जोन (Dhikala Zone)**
2. **बिजरानी जोन (Bijrani Zone)**
3. **झिरना जोन (Jhirna Zone)**
4. **दुर्गा देवी जोन (Durga Devi Zone)**
5. **ढेला जोन (Dhela Zone)**
6. **सोनानदी जोन (Sonanadi Zone)**
7. **सिताबनी जोन (Sitabani Zone)** (बफर जोन, जो कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का हिस्सा है, लेकिन मुख्य पार्क से बाहर है)
### **ढिकाला जोन की विशेषताएँ**
ढिकाला जोन जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का सबसे लोकप्रिय और जैव-विविधता से समृद्ध जोन है। इसकी प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
1. **बाघ दर्शन की उच्च संभावना**:
ढिकाला जोन रॉयल बंगाल टाइगर को देखने के लिए पार्क का सबसे प्रसिद्ध क्षेत्र है। यहाँ बाघों की अच्छी आबादी है, और घास के मैदानों (चौर) और रामगंगा नदी के किनारे बाघों को अक्सर देखा जा सकता है।
2. **प्राकृतिक सौंदर्य**:
ढिकाला जोन रामनगर से लगभग 18-35 किमी दूर (धनगढ़ी गेट से 35 किमी) पाटिल दून घाटी के किनारे स्थित है। यहाँ से कांडा पर्वतश्रृंखला का मनोरम दृश्य दिखता है, जो इसे प्रकृति प्रेमियों के लिए आकर्षक बनाता है। रामगंगा नदी और घास के मैदान इस क्षेत्र को विशेष रूप से सुंदर बनाते हैं।[
3. **रात रुकने की सुविधा**:
ढिकाला जोन में ढिकाला फॉरेस्ट रेस्ट हाउस है, जो पर्यटकों को रात रुकने की सुविधा प्रदान करता है। यहाँ रात बिताना एक रोमांचकारी अनुभव है, क्योंकि जंगल के बीच वन्यजीवों की आवाजें और प्रकृति की शांति का अनुभव मिलता है। यह सुविधा अन्य जोन में कम ही उपलब्ध है।
4. **सफारी विकल्प**:
ढिकाला जोन में **कैंटर सफारी** उपलब्ध है, जो पार्क के अन्य जोन में नहीं है। यह 16-20 लोगों के समूह के लिए उपयुक्त है। इसके अलावा, **जीप सफारी** और **हाथी सफारी** भी यहाँ की जाती हैं, जो पर्यटकों को जंगल के गहरे हिस्सों में ले जाती हैं।
5. **जैव-विविधता**:
ढिकाला जोन में घने जंगल, घास के मैदान, और नदी घाटियाँ हैं, जो विभिन्न वन्यजीवों जैसे बाघ, हाथी, सांभर, चीतल, जंगली सुअर, और कई पक्षी प्रजातियों का घर हैं। यहाँ मगरमच्छ, घड़ियाल, और प्रवासी पक्षी भी देखे जा सकते हैं।
6. **पर्यटन का मुख्य केंद्र**:
ढिकाला पार्क का मुख्य पर्यटन स्थल है और धनगढ़ी गेट से वन मार्ग द्वारा पहुँचा जा सकता है। यहाँ की सैर के लिए विशेष परमिट की आवश्यकता होती है, और यह जोन 15 नवंबर से 15 जून तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
7. **रोमांचकारी अनुभव**:
ढिकाला जोन में जंगल के बीच गहरे क्षेत्रों में सफारी करने का मौका मिलता है, जो अन्य जोन की तुलना में अधिक एकांत और प्राकृतिक है। यहाँ सूर्योदय और सूर्यास्त के समय रामगंगा नदी के किनारे का दृश्य अत्यंत मनमोहक होता है।
### **अन्य जोन की संक्षिप्त विशेषताएँ**
– **बिजरानी जोन**: घास के मैदानों और बाघों की अच्छी आबादी के लिए प्रसिद्ध। यह जीप और हाथी सफारी के लिए उपयुक्त है।
– **झिरना जोन**: यह जोन साल भर खुला रहता है और बाघ, तेंदुआ, और स्लॉथ भालू देखने के लिए जाना जाता है।
– **दुर्गा देवी जोन**: पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग, जहाँ माहसीर मछली और प्रवासी पक्षी देखे जा सकते हैं। यह रामनगर से 36 किमी दूर है।
– **ढेला जोन**: अपेक्षाकृत नया जोन, जो शांत और कम भीड़भाड़ वाला है। यह बाघ और अन्य वन्यजीवों को देखने के लिए उपयुक्त है।
– **सोनानदी जोन**: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का हिस्सा, जो शांत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरा है। यह 15 अक्टूबर से 30 जून तक खुला रहता है।
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