6 जुलाई 2025 को देवशयनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा, जो हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह पर्व आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है, जब भगवान विष्णु चार महीने के लिए योगनिद्रा में चले जाते हैं, जिसे चातुर्मास कहते हैं। रामनगर और नैनीताल में इस दिन विशेष धार्मिक आयोजन होंगे, और नैना देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना है। इस दौरान मांगलिक कार्य जैसे विवाह और मुंडन आदि पर रोक लग जाती है, क्योंकि सृष्टि का कार्यभार भगवान शिव संभालते हैं। #DevshayaniEkadashi2025 #NainaDeviMandir #RamnagarNews #NainitalNews #Chaturmas
नैना देवी मंदिर में पूजा-अर्चना का विशेष आयोजन नैनीताल के नैना देवी मंदिर में, जो नैनी झील के उत्तरी किनारे पर स्थित है, देवशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। मंदिर में दो नेत्रों की प्रतिमा है, जो माता सती के नेत्रों का प्रतीक मानी जाती है। पौराणिक कथा के अनुसार, जब भगवान शिव माता सती की मृत देह को लेकर जा रहे थे, तब उनके नेत्र नैनीताल में गिरे, जिसके कारण इस स्थान का नाम नैनीताल पड़ा। इस दिन भक्त सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर पीले वस्त्र धारण करेंगे और भगवान विष्णु को पंचामृत, तुलसी पत्र, और पीले फूल अर्�pित करेंगे। #NainaDeviMandir #DevshayaniEkadashi #NainitalTemples #VishnuPuja #HinduFestivals
पूजा विधि और शुभ मुहूर्त देवशयनी एकादशी की पूजा विधि में भक्तों को सुबह स्नान कर स्वच्छ पीले वस्त्र पहनने चाहिए। पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध कर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें। भगवान को पंचामृत से स्नान कराकर पीले वस्त्र, फूल, और तुलसी पत्र अर्पित करें। विष्णु सहस्रनाम या “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें। पंचांग के अनुसार, एकादशी तिथि 5 जुलाई 2025 को शाम 6:58 बजे शुरू होगी और 6 जुलाई को रात 9:14 बजे समाप्त होगी। पारण का समय 7 जुलाई को सुबह 5:29 से 8:16 बजे तक रहेगा। #DevshayaniEkadashi2025 #PujaVidhi #ShubhMuhurat #VishnuMantra #RamnagarNainital
रामनगर में धार्मिक और सामाजिक महत्व रामनगर, जो जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का प्रवेश द्वार है, में भी देवशयनी एकादशी का विशेष महत्व है। स्थानीय मंदिरों में भक्त भगवान विष्णु और शिव की पूजा करेंगे, क्योंकि चातुर्मास में भगवान शिव सृष्टि का संचालन करते हैं। इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व है, और भक्त कपड़े, अन्न, और धन का दान करेंगे। रामनगर में सामाजिक संगठनों द्वारा भजन-कीर्तन और सामूहिक पूजा के आयोजन भी किए जा सकते हैं। मान्यता है कि इस व्रत और पूजा से सभी पापों का नाश होता है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। #RamnagarNews #DevshayaniEkadashi #Chaturmas #DaanPunya #HinduTraditions
सावधानियां और स्थानीय प्रभाव देवशयनी एकादशी के दौरान रामनगर और नैनीताल में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने श्रद्धालुओं से सतर्क रहने की अपील की है। नैनी झील के आसपास और मंदिर मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा सकती है। भक्तों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम की स्थिति को ध्यान में रखकर मंदिर दर्शन की योजना बनाएं। इसके अलावा, चातुर्मास में साग, दही, दूध, और दाल के त्याग की सलाह दी जाती है, ताकि आत्मशुद्धि और संयम का पालन हो। #NainitalWeather #RamnagarSafety #ChaturmasRules #DevshayaniEkadashi2025 #NainaDevi
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